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Indian Administration

विदेश में योग संबंधित रोजगार के अवसरों पर कार्यशाला का आयोजन।

विदेश में योग संबंधित रोजगार के अवसरों पर कार्यशाला का आयोजन।
नई दिल्ली: 19 मई को को इंटरनेशनल फेडरेशन आफ योगा प्रोफेशनल्स (IFYP) साउथ एक्सटेंशन के मस्जिद मोठ वेलफेयर एसोसिएशन के सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें योग शिक्षकों को विदेश विदेश में उपलब्ध योग संबंधी रोजगार के बारे में विदेश में सेवा दे चुके योग शिक्षकों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। ज्ञातव्य है कि इंटरनेशनल योगा डे घोषित होने के बाद से देश विदेश में योग शिक्षकों की मांग में लगातार वृद्धि हो रही है। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ योगा प्रोफेशनल के मार्गदर्शन में बहुत से योग शिक्षक देश के साथ साथ विदेशों में सरकारी और गैर सरकारी रूप से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। परंतु बहुत से योग शिक्षक उचित मार्गदर्शन ना मिलने के कारण इन अवसरों को पाने में असफल रहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ योगा प्रोफेशनल्स की केंद्रीय कार्यकारिणी ने विभिन्न स्थानों पर कार्यशाला व 10-15 दिवसीय ट्रेनिंग का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। जिसका उद्देश्य योग शिक्षकों की योग्यताओं को निखारकर विदेशों में उपलब्ध अवसरों, योग्यताओं व जरूरी कागजात के बारे में अनुभवी एक्सपर्ट्स द्वारा जानकारी उपलब्ध कराना है।इस क्रम में प्रथम कार्यशाला का आयोजन जयपुर में 26 मार्च को एस.के. पराशर के अगुवाई में विदेश में सेवा दे चुके डॉक्टर हेमंत शर्मा हुआ धर्मेंद्र शर्मा द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। जिसमें प्रतिभागियों का उत्साह देखते हुए इसे अनेक शहरों में करने का निर्णय लिया गया।द्वितीय कार्यशाला का आयोजन दिल्ली में साउथ एक्सटेंशन के मस्जिद मोठ वेलफेयर एसोसिएशन के सभागार में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ योगा प्रोफेशनल्स के जनरल सेक्रेट्री डॉ सत्यनारायण यादव के देखरेख में स्वाति कुमारी ने कार्यशाला आयोजित करने का बीड़ा उठाया। जिसमें सुयोग्य अनुभवी योग एक्सपर्ट आचार्य मुकेश जी व सोमवीर शास्त्री शास्त्री द्वारा योग प्रोफेशनल्स का मार्गदर्शन किया गया।आचार्य मुकेश जी ने बताया कि योग शिक्षकों को अपने विषय में पारंगत होना चाहिए उन्हें अपनी वेशभूषा और भाषा का ध्यान देना चाहिए। योग शिक्षा को अपने जीवन में उतारना चाहिए। सोमवीर शास्त्री जी ने बताया कि योग शिक्षकों को वेशभूषा पर खास ध्यान देना चाहिए। हिंदी संस्कृत के साथ साथ जिस देश में जा रहे हैं उस देश की भाषा का ज्ञान हो तो यह लाभकारी होता है।इसके अलावा सरकारी और गैर सरकारी अवसरों, योग्यताओं जरूरी कागजात के बारे में बताया गया। प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान योग शिक्षकों के शंकाओं का समाधान किया गया।कार्यशाला के समापन में डॉ सत्यनारायण यादव ने योग एक्सपर्ट आचार्य मुकेश जी , सोमवीर शास्त्री जी, अनुमेहा जी, स्वाती कुमारी और प्रतिभागियों के कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। इंटरनेशनल फेडरेशन आफ योग प्रोफेशनल का गठन योग और योग प्रोफेशनल के प्रचार-प्रसार वह उनके उन्नयन के लिए हुआ है। इसके लिए आईएफवाईपी देश-विदेश में योग प्रोफेशनल्स की सहयोग से अनेकानेक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। यह सरकार व योग प्रोफेशनल्स के बीच सेतु का काम करता है यह सरकार की नीतियों को योग प्रोफेशनल्स के मध्य तथा योग प्रोफेशनल्स की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने का कार्य भी शुरू से करता रहा है। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ योर प्रोफेशनल के इस तरह के आयोजन को प्रतिभागियों ने काफी सराहा और पॉजिटिव फीडबैक दिया और भविष्य में अनेकानेक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा जिससे कि योग शिक्षकों को मार्गदर्शन मिल सके।

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