नई दिल्ली, 4 अगस्त 2025 – भारत मंडपम में आज सायं पहला BIMSTEC पारंपरिक संगीत महोत्सव भव्य रूप से आयोजित किया गया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि संगीत राष्ट्रों के बीच एक सेतु का कार्य करता है और सांस्कृतिक पहचान को उजागर करने का एक सशक्त माध्यम है।
इस अवसर पर भारत सहित बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड के कलाकारों ने पारंपरिक प्रस्तुतियाँ दीं।
योगियों का मिलन
इस आयोजन के तुरंत बाद “ऑल इंडिया योगा प्रोफेशनल्स मीट” का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से लगभग 300 योग, नेचुरोपैथी एवं वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े प्रोफेशनल्स ने भाग लिया।
इस दौरान योग के प्रचार-प्रसार में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ योगा प्रोफेशनल्स (IFYP) की भूमिका पर चर्चा की गई, साथ ही भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श हुआ। उपस्थित विशेषज्ञों ने विभिन्न मंत्रालयों से समन्वय कर सरकारी संस्थानों में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा को प्रोत्साहित करने के प्रयासों पर बल दिया।
महत्वपूर्ण अतिथियों की हुई उपस्थिति
- डॉ. मनोज नेसरी, सलाहकार (आयुर्वेद), आयुष मंत्रालय
- डॉ. ए. मोहन राव, सहायक निदेशक, CCRYN
- डॉ. मृदुस्मिता मंडल, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट, ESIC हॉस्पिटल, बसईदारापुर
इन सभी का बहुमूल्य मार्गदर्शन योग एवं आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रेरणादायी रहा।
IFYP अध्यक्ष श्री सदानंद ने ICCR (भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद) और विशेष रूप से श्री संजय वेदी जी का धन्यवाद ज्ञापित किया, जिन्होंने इस सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम को संभव बनाया और योग प्रोफेशनल्स को किसी आयोजन में शामिल होने का अवसर प्रदान किया।
आइए हम सभी मिलकर योग, प्राकृतिक चिकित्सा और समग्र स्वास्थ्य पद्धतियों को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट हों। अगली भेंट तक स्वस्थ रहें और ‘वेलनेस’ का संदेश फैलाते रहें।
















































