नई दिल्ली : ₹367,449 करोड़ रुपए के कारोबार करने वाली कम्पनी Indian Oil Corporation LTD सरकारी स्वामित्व वाली कम्पनी इन दिनो अपने निदेशकों की ग़ैर मोजूदगी के हालातों से गुजर रही है, कम्पनी के तीन निदेशको के पद रिक्त हैं (१) निदेशक मार्केटिंग (२)निदेशक पाइपलाइन (३)निदेशक रिफ़ाइनरी और चोथा पद निदेशक BD अगस्त में रिक्त हो जायगा, ये शायद पहली बार हो रहा है जब इतने महत्वपूर्ण पद ख़ाली पड़े हैं, IOCL मात्र एक कम्पनी ही नहीं है बल्कि देश की इकोनोमी में IOCL अपना एक प्रभाव रखती है सवाल सिर्फ़ डिस्ट्रिब्यूशन और सप्लाई का नहीं है बल्कि ऐसे तमाम पेट्रोलियम प्रोडक्टों का है जो आम आदमी की ज़िंदगी की दैनिक चर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, अभी हाल ही के दिनो में एक ताज़ा ज्वलंत शील उदाहरण हमारे सामने है किस तरह कोविड के इस दौर में आक्सीज़न सिलेंडर के लिए पूरे मुल्क में त्राही त्राहि मच गई थी, आज अगर हम मार्केट में देखें तो पेट्रोल की क़ीमत सो रुपए प्रति लीटर का आँकड़ा पार कर चुकी है, कल्पना कीजिए यदि कहीं तेल और गैस का हाल भी आक्सीज़न सिलेंडर की तरह हो गया तो हिंदुस्तान की अवाम का क्या हाल होगा और सरकार उन हालातों को कैसे क़ाबू में करेगी ? सप्लाई और डिस्ट्रिब्यूशन का हर कम्पनी में एक महत्व होता है या यूँ कहूँ की सप्लाई और डिस्ट्रिब्यूशन किसी भी कम्पनी के लिए पिलर के समान होते हैं, उपरोक्त विषय में हमने तेल कम्पनी के कई जानकारों से इस मामले में बात की सब का एक ही फ़रमान था की ये एक बहुत ही गम्भीर मुद्दा है जिस पर हमारी सरकार को गंभीरता से विचार करना होगा, हमने पेट्रोलियम वज़ीर के दफ़्तर में भी राफ़्ता क़ायम किया पर मंत्री जी की मश्रूफ़ियत की वजह से उनसे गुफ़्तगू नहीं हो पाई, वहीं पेट्रोलियम सचिव ज़नाब तरुण कपूर के दफ़्तर से हमें ये हुक्म मिला की इस मामले में JOINT Secratory ज़नाब कोठारी जी बेहतर आपको रु ब रु करा सकते हैं, मजीद कोठारी जी के दफ़्तर से भी उनकी मश्रूफ़ियत का संदेश मिला, बाद में ज़नाब डॉक्टर नवनीत मोहन कोठारी जी(अलवर सचिव मार्केटिंग भारत सरकार) ने हमारे Admin Editor से गुफ़्तगू फ़रमाई और कहा कि में इस मामले में कुछ भी बोलने के लिए सक्षम नहीं हूँ, सवाल बहुत ही गम्भीर है किसी भी अनहोनी के होने से कब्ल हुकूमत और हुकूमत के कारिंदों को इस मुआमले पर यक़ीन दहानी कर इसका हल निकालना होगा ———Z A Ansari (Admin Editor)
INDIAN OIL में चार निदेशको की ज़िम्मेदारी CMD के कांधो पर, क्या होगा IOCL का भविष्य ?

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