मोहित त्यागी, स्वतंत्र पत्रकार नोएडा, 27 अप्रैल 2025 : नोएडा के सेक्टर-31 में आईएमए हाउस में एमबीकेएम फाउंडेशन ने द्वितीय डॉ. रमा सहारिया मेमोरियल अवार्ड-2025 का आयोजन कर समाज में महिलाओं की असाधारण उपलब्धियों को नया मंच प्रदान किया। यह समारोह प्रख्यात शिक्षाविद् और समाजसेविका डॉ. रमा सहारिया की स्मृति को समर्पित था, जिनके विचार आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं। शुभारंभ और सांस्कृतिक रंग दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुए इस आयोजन में मीडिया मैप पत्रिका के ताजा अंक और कवि सुधांशु मिश्रा के काव्य संग्रह का लोकार्पण हुआ। फाउंडेशन के महासचिव राजीव माथुर ने संगठन के कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया, तो संरक्षक आरएस अतरोले ने आगामी योजनाओं की रूपरेखा साझा की।
प्रेरक विचार और सामाजिक चिंतन बीके सुशांत भाई ने आध्यात्मिकता को जीवन में सकारात्मकता का आधार बताया। पूर्व रक्षा सचिव योगेंद्र नारायण ने पर्यावरण संकट और बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए फाउंडेशन से इन क्षेत्रों में योगदान देने वाली महिलाओं को प्रोत्साहित करने की अपील की। मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने समाज में संवाद की कमी को रेखांकित किया और फाउंडेशन के
प्रतिभा खोज के प्रयासों को सराहा। सम्मान की पात्र महिलाएं चार महिलाओं को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षा में डॉ. प्रियंका, पत्रकारिता में जेबा हसन, महिला सशक्तिकरण में साधना भारती और कला-संगीत में रिम्पा कुमारी ने अवार्ड हासिल कर समाज के लिए प्रेरणा स्थापित की।
विचारों का मंच प्रो. लल्लन प्रसाद, केबी माथुर, सईद नुरोजमा और डॉ. अर्चना वर्मा जैसे प्रबुद्ध व्यक्तियों ने अपने विचारों से समारोह को समृद्ध किया। योगेंद्र नारायण ने अध्यक्षता की, जबकि मेघा माथुर ने कुशल संचालन से आयोजन को जीवंत बनाया। प्रो. प्रदीप माथुर और आकांक्षा माथुर ने सभी के प्रति कृतज्ञता जताई। प्रेरणा का नया अध्याय यह आयोजन केवल सम्मान समारोह नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव और प्रेरणा का एक जीवंत मंच था। एमबीकेएम फाउंडेशन का यह प्रयास समाज में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करता है।

















































