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Indian Administration

अरविंद सरकार के कोविड के कुप्रबंधन के कारण दिल्ली के लोगों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है और राजधानी दुनिया में सबसे प्रभावित कोविड शहर बन चुका है।- चौ0 अनिल कुमार

अरविंद सरकार के कोविड के कुप्रबंधन के कारण दिल्ली के लोगों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है और राजधानी दुनिया में सबसे प्रभावित कोविड शहर बन चुका है।- चौ0 अनिल कुमार

नई दिल्ली, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने दिल्ली में कोविड मरीजां की संख्या लगातार बढने पर चिंता जताते हुए कहा कि कोरोना राजधानी दिल्ली में इतनी तेजी से फैल रहा है कि दिल्ली दुनिया का सबसे प्रभावित कोरोना शहर बन गया है। कोरोना से दिल्ली में प्रति घंटा 4 लोगों की मौत हो रही है और नवम्बर महीने में 1200 लोगों की मृत्यु हो हुई है जबकि कुल 7,713 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा कि लोकल सर्किल सर्वे के अनुसार 10 में से 7 में कोई न कोई संक्रमित है और 1-16 नवम्बर के बीच मृत्यु दर में 63 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि 14 नवम्बर के बाद दिल्ली सरकार ने टेस्ट की संख्या में 40 प्रतिशत कटौती कर दी। प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड-19 को नियंत्रित करने को पहले भी कांग्रेस पार्टी एक लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की मांग करती रही है, परंतु आज तो प्रतिदिन 2 लाख प्रतिदिन टेस्ट होने की आवश्यकता है। वहीं कांग्रेस पार्टी एंटीजेन टेस्ट की जगह RT-PCR टेस्ट कराने पर शुरु से ही जोर दिया है जबकि सरकार ने कोविड टेसि्ंटग पिछले 72 घंटों में 40 प्रतिशत घटाए दिए। अरविन्द सरकार की असंवदेनशीलता का परिणाम आज दिल्ली की जनता भुगत रही है। उन्होंने कहा कि संवाददाता सम्मेलन में चौ0 अनिल कुमार के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष अली मेंहदी मौजूद थे। आज राजनीति से उपर उठकर सबको साथ मिलकर काम करने का समय है। चौ0 अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन के बयानों में विरोधाभास पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि 16 नवम्बर को स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड तीसरा वेव खत्म हो गया है और 17 नवम्बर को बयान आया कि तीसरा वेव खत्म नही हुआ है, जबकि 13 नवम्बर को दिल्ली सरकार के आदेश में नवम्बर के अंतिम सप्ताह या दिसम्बर प्रथम सप्ताह में दिल्ली में कोविड-19 पीक की बात कही गई थी। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल व स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन अलग-अलग राग अलापते है। स्वास्थ्य मंत्री लॉकडाउन नही लगाने की बात करते है जबकि आज मुख्यमंत्री ने आंशिक लॉकडाउन को लेकर प्रस्ताव भेजा है। कोविड-19 टेस्ट की दर को 2400 रुपये से कम करने की मांग की ताकि अधिक से अधिक लोग टेस्ट करा सकें। उन्होंने कहा कि आज आपातकाल के दौर में आईसीयू बेड युद्धस्तर पर बढ़ाने की जरुरत है। एक अस्पताल में 250 बेड बढ़ाकर दिल्ली सरकार सिर्फ बयानबाजी कर रही है, जबकि हर क्षेत्र में इसे बढ़ाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट खासकर बसों व सार्वजनिक स्थलों को उपयुक्त रुप से सेनिटाईज किया जाए परंतु जापानी सेनिटाईजर मशीने जिनका अरविन्द जी ने बड़े-बड़े बयान के साथ उदघाटन किया था आज कहीं नजर नही आ रही। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन कराना बेहद कारगर साबित होगा।

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