yandex
newsip
background-0
advertisement-0
background-1
advertisement-1
background-2
advertisement-2
background-3
advertisement-3
background-4
advertisement-4
background-5
advertisement-5
background-6
advertisement-6
background-7
advertisement-7
background-8
advertisement-8
background-9
advertisement-9
Indian Administration

पोलिंग के बस्तों पर बैठने वालों के साथ छल कपट ?

पोलिंग के बस्तों पर बैठने वालों के साथ छल कपट ?

पूर्वी दिल्ली : दिल्ली नगर निगम के चुनाव के नतीज़े अभी आने बाक़ी हैं कल अब तक सारे नतीज़े आ जाएँगे -पर आज एक नतीज़ा जो निकल कर आया है उससे ये साफ़ हो गया है कि अपना काम बनता ———-जनता – कुछ दुखियारे चुनावी कम काज में हाथ बँटाने वालों ने आप बीती बताई है।

अक्सर जब भी चुनाव होता है तो चुनाव वाले दिन पोलिंग सेंटर पर बैठने वालों को बसता दिया जाता है जिसमे चुनावी सामग्री के साथ कुछ मेहनताना भी होता है , ये सभी पार्टियाँ करती हैं चाहें छोटी हो या बड़ी । पर ऐसी ही एक खबर हम आपको बताने जा रहे हैं, ख़बर ये आ रही है कि एक बड़ी पार्टी में संगठन से तक़रीबन पंद्रा लाख रुपये आए थे जो सभी बस्तों में दो हज़ार दो हज़ार प्रत्येक बस्ते में दिये जाने थे , दूसरे बस्तों की तो जानकारी नहीं पर दिलशाद कालोनी वार्ड नो 219 दो मतदान केंद्र बने थे जिन में कुल 8 पोलिंग बूथ थे यानी हर बूथ पर दो कार्यकर्ता एक वोटर पर्ची देने वाला और दूसरा अंदर वोटिंग के दौरान चेक करने वाला और वोटर लिस्ट में निशान लगाने वाला, यानी टोटल 16 कार्यकर्ता प्रत्येक राजनीतिक दल से थे । प्रत्येक कार्यकर्ता को दो हज़ार रुपये के हिसाब से 32 हज़ार रुपये सिर्फ़ कालोनी के ABDE ब्लॉक के पोलिंग बूथ के बस्तों के लिए दिये गये थे , पर ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि बस्ते में किसी में 500 रुपये और किसी में 1000 रुपये निकले जब इसकी शिकायत बस्ते पर बैठने वाले पीड़ितों ने मण्डल के एक अधिकारी से की तो मण्डल अधिकारी ने कहा आप उम्मीदवार से संपर्क करें , उम्मीदवार के पास जब पीड़ित गये तो उम्मीदवार ने कहा आप तो पार्टी के कार्यकर्ता हो जो मिल गया उस में ही खुश रहो । newsip के एडिटर ने जब इस बारे में मण्डल के अधिकारी से संपर्क किया तो पहले तो उन्होंने कहा कि में SDM ऑफिस में हूँ जब उनको विषय बताया गया तो उन्होंने कहा ये बिलकुल ग़लत है हर बस्ते में 2000 रुपये रखे गये थे अगर जैसा आप बता रहे हैं वैसा हुआ है तो ये गलत है नहीं होना चाहिएँ , तत्पश्चात आदरणीय उम्मीदवार को भी काल किया गया पर घंटी बजती रही उन्होंने काल नहीं उठाया , उनको मेसेज भी भेजा गया पर खबर लिखने तक उनकी कोई प्रतिकिर्या नहीं आई , हमारी टीम ने उसी पार्टी के मुख्यालय भी संपर्क किया पर कुछ हासिल नहीं हो पाया । जैसे ही पार्टी मुख्यालय या उम्मीदवार की तरफ़ से कोई प्रतिकिर्या आती है पाठकों को अवगत करा दिया जाएगा ।

Share This Article:

This post is sponsored by Indian CPSEs and co sponsored by Google, a partner of NewsIP Associates.