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Indian Administration

दिल्ली में गैस के भंडारण की कोई कमी नही तय अग्रीमेंट के मुताबिक़ दी जा रही है गैस-गैल

दिल्ली में गैस के भंडारण की कोई कमी नही तय अग्रीमेंट के मुताबिक़ दी जा रही है गैस-गैल

नई दिल्ली : जैसा कि हम अपनी पहली स्टोरी में बता चुके हैं कि किस तरह से ब्रिटेन में पेट्रोल पंपों के बाहर लगे बोर्ड पर स्टॉक ना होने की वजह से ब्रिटेन में भविष्य में पैदा होने वाले एक भारी संकट का बिगुल बजाया, उसी के अगले चरण में हमने देखा की कभी दो घंटे बिजली सप्लाई ग़ायब रहने वाले देश लेबनान में किस तरह एका एक बिजली ग़ायब हो गई जिससे वहाँ के नागरिकों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। अभी ये विश्व का घटनाक्रम चल ही रहा था कि भारत की राजधानी दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूरे देश को ये कह कर चौका दिया कि दिल्ली में सिर्फ़ एक ही दिन का कोयला बचा है, और दिल्ली में ब्लैकाउट की नौबत आ सकती है, दिल्ली में बिजली संकट यदि पैदा होता है तो केंद्र सराकर इसके लिए ज़िम्मेदार होगी। केंद्र सरकार फ़ोरन हरकत में आ गई और केंद्रीय मंत्री का बयान आया कि दिल्ली में किसी तरह का कोई कोयला संकट नही है भंडार पार्याप्त मात्रा में मौजूद है, दिल्ली और केंद्र सरकार के मंत्रियो में अभी अखबार बाज़ी चल ही रही थी कि कोल के जानकारों के बड़े बड़े बयान अख़बारों में पड़ने को मिले सभी ने कोयले की कमी के कारण और चीन में हिंदुस्तान द्वारा आयात किए जाने वाले कोयले को अभी तक हिंदुस्तान में ना लाए जाने का भी ज़िक्र किया, कुछ का मत था कि कोयले की खदानों में पानी भर जाने के कारण कोल की खदानो से कोयले का उत्पादन उतना नही हो पाया जितना होना चाहिए था। मामले में नया मोड़ तब आया जब केंद्र के एक मंत्री ने दिल्ली में बिजली उत्पादन के संकट के लिए गैस की एक बड़ी कम्पनी गैल को इसके लिए ज़िम्मेदार बताया और कहा कि दिल्ली में बिजली के संकट की वजह सिर्फ़ कोयला नही बल्कि गैल भी है जो दिल्ली के बवाना प्लांट में बिजली उत्पादन के लिए गैस सप्लाई करती है। newsip के Admin Editor से वार्तालाप से गैल के हमारे सूत्रों ने हमें बताया कि इसमें कोई शक नही है , दिल्ली के बवाना प्लांट में गैल द्वारा गैस सप्लाई की जाती है, लेकिन गैल की तरफ़ से सप्लाई में कोई कोताही नही बरती गई है, जो भी अग्रीमेंट है गैल उस अग्ग्रीमेंट के मुताबिक़ दिल्ली के बवाना प्लांट को गैस की सप्लाई कर रही है, ये कहना ग़लत होगा कि दिल्ली में बिजली उत्पादन में भंडारण की कमी के लिए गैल ज़िम्मेदार है, हमारे आँकड़े बिलकुल सही हैं, हम जितना अग्ग्रीमेंट गैल से हुआ है उस के मुताबिक़ सप्लाई करने में पूरी तरह सक्षम हैं।

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