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Indian Administration

चुनाव के लिए पूर्व प्रधान की हत्या

चुनाव के लिए पूर्व प्रधान की हत्या

(रिपोर्ट ताज़ीम राणा बागपत) बागपत जिले में हुई पूर्व प्रधान की हत्या की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है दिनदहाड़े हुई हत्या की इस वारदात को अंजाम जेल में बन्द हत्या के एक आरोपी ने मामले में गवाह ओर चुनाव लड़ने के लिए रास्ते से हटाने के लिए जेल में ही साजिश रची थी और उसके 4 साथियों ने ही दिनदहाड़े पूर्व प्रधान की अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी फिलहाल पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले 3 हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर उनसे वारदात में इस्तेमाल असलाह , मोटरसाइकिल व लूटी गई रिवॉल्वर भी बरामद कर ली है और पुलिस फरार बदमाश की तलाश में जुटी है दरअसल आपको बता दे कि मामला बिनोली थाना क्षेत्र का है जहाँ धनोरा सिल्वरनगर गांव में 20 अगस्त को दिनदहाड़े पूर्व प्रधान ऋषि प्रताप राणा की अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी ओर उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर लूट कर ले गए थे जिस वक्त वे बाजार में समान खरीद रहे थे जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को पूछताछ के बाद कुछ नाम सामने आए तो पुलिस वारदात का खुलसाकरने के प्रयास में जुटी थी कि आज बागपत जिले की बिनोली थाना पुलिस के हाथ उस वक्त बड़ी सफलता लगी जब पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आशीष बागपत , मोनू शामली , सुमित गाजियाबाद को मेरठ बडौत रोड के पास एक मंडप से गिरफ्तार कर लिया जिनके कब्जे से मृतक से लूटी गई रिवॉल्वर , एक पिस्टल , तीन तमंचे मय कारतूस व एक मोटरसाइकिल बरामद की है फिलहाल पुलिस फरार हत्यारोपी की तलाश में जुटी है वही पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस को बताया कि हत्या की ये वारदात करने की पूरी साजिश जेल में बन्द धनोरा सिल्वरनगर के ही रहने वाले सोहनवीर सिंह ने रची थी क्योंकि सोहनवीर , उसका पिता थानसिंह व उसका भाई सुनील गांव में ही 2016 में हुई देवी सिंह नाम के एक बुजुर्ग की हत्या की वारदात को अंजाम देने के मामले में बागपत जेल में बन्द है ओर उसी हत्या के मामले में ऋषि प्रताप राणा गवाह था ओर आरोपी सोहनवीर को ग्राम प्रधानी का चुनाव भी लड़ना था लेकिन मृतक ऋषि उसके सामने चुनावो में खड़ा होता और पूर्व प्राधान की गवाही की वजह के चलते वह जेल से नही छूट पा रहा था ओर वहीं जेल में इस दौरान सोहनवीर की मुलाकात चार युवको आशीष , मोनू , सुमित ओर सुमित जाट से हुई थी और वही पर उसने हत्या की सुपारी देकर पूरी साजिश रची थी कि जेल से छूटने पर उन्हें पूर्व प्रधान की हत्या करनी है जिसके चलते ही चारो युवको ने जेल से छूटते ही 20 अगस्त को पूर्व प्रधान की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी और मौके से फरार हो गए थे

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