दिलशाद कालोनी में RWA का अब आगे क्या होगा ये तो रब ही जाने पर जो जानकारी हमारे रिपोर्टरों ने इकट्ठा की है वो हम आपके साथ साझा कर रहे हैं, ताज़ा मिली जानकारी के अनुसार RWA का मामला अब पूरी तरह विवादों में घिर गया है हमारे कोर्ट कवर रहे संवादाता ने विवेचना के बाद बताया है कि कड़कड़डूमा के सिविल जज आकाश मोहन सिंह के न्यायालय में वाद संख्या 1145/22 (सिविल सूट) दिनांक 26/09/2022 को दाखिल किया गया है।
जिसमे अंडर सेक्शन 80(2)सीपीसी के तहत 60 दिन के अंदर एसडीएम सीमापुरी, चुनाव आयुक्त दिलशाद कालोनी,रजिस्ट्रार सोसाइटी, RWA को 07/11/2022 को हाज़िर होने को कहा है।
मामला अब गंभीर हो गया है एक जन ने नाम ना छापने की शर्त पर हमे बताया कि देखा आपने हमने RWA को जिताने वाले रण नीतिकारों के …त्ते कैसे फेल कर दिए,जहाँ पे उनकी सोच ख़त्म होती है वहाँ से हमारी सोच शुरू होती है, बहुत इतरा रहे थे कि देखा हमने कैसे चश्मे को तार तार कर दिया अब देखते हैं कौन आगे आता है जो आएगा उसी का नाम अन्य में शामिल किया जाएगा चाहें कोई नेता हो या सरकारी नौकर। हाँ अगर ईमानदारी से चुनाव जीतते तो हम सर झुका कर उनको सब कुछ हैंड ओवर कर देते, पर नहीं वो तो खुदा बन बैठे थे पूरी कालोनी के, सारा जिताने का ठेका लिया हुआ था उन्होंने, चुनाव कमिश्नर से ले कर चुनाव अधिकारी तक कोई भी हमारे पैनल के किसी भी सदस्य की कोई बात सुन ही नहीं रहा था, अब जीतने वाले पैनल की गलती का ख़म्याज़ा बेचारी कालोनी की अवाम उठा रही है। जब से इन लोगों ने RWA पर जबरन कब्जा किया है पूरी कालोनी में आये दिन चोरी हो रही हैं, शाम की लाइट देर से जलती है और भी कई अराजकताएँ सुनने को मिल रही हैं।
वहीं दूसरी तरफ़ RWA के एक नीतिकार ने हमे बताया बड़े अफ़सोस की बात है कि जीते हुए पैनल के सदस्य सिर्फ़ अपनी जीत तक ही सीमित रह गये हमारे बताये हुए दिशा निर्देशों की अनदेखी की जा रही है बार बार याद दिलाने पर भी कोई टस से मस नहीं हो रहा है जिसका नतीज़ा सब के सामने है, कई बार कार्यकारिणी के घटन के लिए सुझाव दिया है पर कोई सुनने को तैयार ही नहीं है। जहां तक चार्ज ना देने की बात है तो पूरी कालोनी ने मिल कर इस पैनल को जिताया है जिस तरह से पुराने RWA के सदस्यों की निगरानी में मकानों पर क़ब्ज़े हो रहे थे वो किसी से छिपे नहीं हैं । B-ब्लॉक के एक मकान में बिल्डर द्वारा दिया गया चेक बाउंस हो गया उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई क्यों ? क्या डील हुई थी उससे जो चेक बाउंस होने पर 138 की कार्यवाही नहीं की गई ? बिल्डर द्वारा पेड़ काट दिये गए RWA मूक दर्शक बनी बैठी रही क्या डील हुई ? इन्ही सब बातों से परेशान हो कर कालोनी की जनता ने पूरे की पूरे पैनल को हरा दिया सूपड़ा साफ़ कर दिया। चार्ज ना दे कर पुरानी RWA टीम के सदस्य अपनी ही इमेज ख़राब कर रहे हैं पूरी कालोनी में उनकी क्या छवि बन रही है उनको इसके बारे में सोचना चाहिएँ।