बेज़ुबान पौधों की हत्या: RWA ने सीमापुरी थाने में तहरीर दर्ज की

पूर्वी दिल्ली : बुज़ुबान पौधों की हत्या के मामले में RWA ने सीमापुरी थाने में तहरीर दर्ज कराई है , दिलशाद कालोनी ABDE ब्लॉक की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने सीमापुरी पुलिस स्टेशन में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसने दिलशाद कॉलोनी एबीडीई ब्लॉक में बुज़ुबान पौधों और उनके गमलों को तोड़ दिया। आरडब्ल्यूए ने इस शिकायत की एक प्रति अखबार के साथ भी साझा की है हम इस तहरीर को अपने पाठकों के साथ साझा कर रहे हैं ।
आरडब्ल्यूए के महासचिव विनोद नायर ने कहा कि ये पौधे कॉलोनी के सौंदर्यीकरण प्रक्रिया के दौरान सार्वजनिक धन का उपयोग करके लगाए गए थे, जिसका उद्देश्य फायर ब्रिगेड जैसे आपातकालीन वाहनों को दुर्घटना स्थलों तक पहुंचने में सुविधा प्रदान करना था। हालाँकि, एक अज्ञात व्यक्ति ने गमलों और पौधों को तोड़ दिया। नतीजतन, आरडब्ल्यूए ने सीमापुरी SHO से इस घटना पर सख्त कदम उठाने का आग्रह किया है।

इस कृत्य के लिए जिम्मेदार व्यक्ति कड़ी निंदा का पात्र है, अगर आपकी आरडब्ल्यूए के किसी सदस्य से नहीं बनती है तो यह समझ में आता है, पर RWA द्वारा कराया गया ये एक सराहनीय कार्य था, ये भी हो सकता है कि किसी ने अपनी कार गलत तरीके से पार्क करने का प्रयास किया हो या अपनी कार खड़ी करने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया हो पर ऐसे में सवाल ये उठता है कि उस समय रात्रि प्रहरी क्या कर रहे थे।
यह संभव है कि आप आरडब्ल्यूए के दोहरे मानकों को नापसंद करते हों, (जैसे गरीबों के वाहनों को रोड से हटाना जबकि अमीरों और राजनेताओं को अपने वाहनों से अपने घरों के सामने सड़क को अवरुद्ध करने की अनुमति देना और उनको रोड से हटाने का कोई प्रयास ना करना) लेकिन इसका मतलब यह नहीं है आप पौधों को बेरहमी से नष्ट करें ऐसा करना क्रूर है। RWA वाहनों को सड़कों से हटाने में पूरी तरह से विफल रही है, लेकिन आरडब्ल्यूए की यह एक सराहनीय पहल थी, अब तक पूर्व कि किसी भी आरडब्ल्यूए ने ऐसी बहादुरी का प्रदर्शन नहीं किया था अगर पिछली आरडब्ल्यूए ने ऐसी बहादुरी दिखाई होती तो चार लोगों की जान नहीं जाती, जो ज़िंदा लाशों में तब्दील हो गये थे , ज्ञात रहे कि जब यह दुर्घटना घटी थी तो फायर ब्रिगेड ने पूरी कॉलोनी में प्रवेश बिंदु की तलाश में लगी रही पर उसे जाने का रास्ता ही नहीं मिला। क्योंकि सड़कों पर हर तरफ वाहन बिखरे पड़े थे।
यह बेहद अफसोस की बात है कि आरडब्ल्यूए ने ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली पुलिस, एमसीडी और राजनेताओं सहित विभिन्न अधिकारियों से कार्रवाई करने और इन वाहनों को हटाने की अपील की है, पर किसी के कान में कोई जूं तक नहीं रेंग रही है लगता है फिर किसी हादसे का इंतज़ार कर रहे हैं।
कॉलोनी की आरडब्ल्यूए का मानना है कि अगर भविष्य में कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना होती है तो जिम्मेदार अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा, जिनसे हमने सड़कों से वाहन हटाने का अनुरोध किया है। हालाँकि, ऐसा लगता है कि वे हमारी चिंताओं को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। ऐसी घटनाओं का दूसरा पहलू यह भी है कि जब तक कॉलोनी के गार्डों की मानसिकता किसी के साथ हस्तक्षेप न करने और मुकदमे का सामना न करने की है तब तक ऐसी हरकतें होती रहेंगी।
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