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बेअदबी के दोषीयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें जत्थेदार : जीके

नई दिल्ली , दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से नगर कीर्तन में मूर्तियों की झांकी निकालने पर जागो- जग आसरा गुरु ओट(जत्थेदार संतोख सिंह) पार्टी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कहा कि जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब तुरंत कमेटी प्रबंधकों को प्रबंध से बेदखल करने का आदेश दें, नहीं तो मर्यादा से अनजान यह प्रबंधक तो भाई लक्खी शाह वणजारा हाॅल में “नानकलीला” भी करवा देंगे। क्योंकि गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में गुरु नानक देव जी की काल्पनिक मूर्ति लगाकर एक तरह से गुरु ग्रंथ साहिब को कमतर या छोटा समझने की बड़ी गलती सीधे तौर पर शब्द गुरु की बेअदबी है।
जीके ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन के नाम पर संगतों से करोड़ों रुपये का सोना व नगदी बटोरने के बाद अब कमेटी ने स्थानीय नगर कीर्तन के नाम पर संगतों की भावनाओं से ठगी मारी है। गुरु नानक देव जी के सिद्धांतों का गुरबाणी के माध्यम से भावपूर्ण व सादगी से प्रचार करने की बजाए कमेटी ने एक बार फिर तड़क-भड़क की गुरमत विरोधी शार्टकट थ्योरी अपना कर अपनी धार्मिक अशिक्षा को जगजाहिर किया है। जीके ने कहा कि मैं 1963 से एक विधार्थी,बालक,युवा व आयोजक के रूप में इस नगर कीर्तन से जुड़ा हुआ हूँ। पर पहली बार मैंने नगर कीर्तन में मूर्तियों के जरिए “नानकलीला” की पेशकारी देखी है। जो कि सिख रहत मर्यादा तथा श्री अकाल तख्त साहिब से जारी हुक्मों को सीधी चुनौती है।जीके ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को इस भयंकर गलती के लिए प्रबंधकों को दंड स्वरूप प्रबंध से हटाने की अपील की है। जीके ने जत्थेदार को हर बार की तरह इस बार दोषी प्रबंधकों को सुलभ राह उपलब्ध न करवाने की विनती करते हुए कहा कि यदि इस बार आपने गंभीर नोटिस लेकर कार्यवाही नहीं की तो यह अगली बार गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब के भाई लक्खी शाह वणजारा हाॅल में “नानकलीला” भी करवा देंगे। क्योंकि मर्यादा से अनजान कमेटी प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा व महासचिव हरमीत सिंह कालका गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व सिख परंपरा अनुसार मनाने की बजाए विधायक बनने के लिए मर्यादा पलटने की जल्दबाजी व मजबूरी में लीन दिखना चाहते है। यहाँ बता दें कि जीके के नेतृत्व में आज जीके पार्टी के पदाधिकारियों व समर्थकों ने भी नगर कीर्तन में हाजरी भरी थी।

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