पूर्वी दिल्ली : दिलशाद कालोनी RWA का नया पैनल जीत गया है, नई टीम का गठन भी हो गया है और जीत का जुलूस भी निकाल दिया गया है, पर अभी तक RWA का कार्यालय सील है खुल नहीं पाया है ? सील किसने लगाई है ? रहस्य है ? कार्यालय की चाबी किसके पास है ये उससे भी बड़ा रहस्य है, रोज़ाना ये हल्ला होता है कि सभी जीतने वाली टीम साड़े छ बजे RWA कार्यालय पर पहुँचे पर हमारे रिपोर्टर रोज़ वहाँ मोजूद रहते हैं स्थिति जस की तस है।
आज एक और नया खुलासा सामने आया है newsip के एडमिन एडिटर ने RWA चुनाव आयुक्त पहवा जी बात की और कई सवाल पूछे (1) सवाल था कार्यालय की सील क्यों नहीं खोली जा रही है ? जवाब था मुझे नही पता। (2) कार्यालय को किसने सील किया ? जवाब था मैंने नहीं किया (3)कार्यालय की चाबी किसके पास है ? जवाब था मेरे पास नहीं है बल्कि में तो खुद आज काफ़ी देर तक नये निर्वाचित अध्यक्ष शर्मा जी और अन्नू जी के साथ कार्यालय के बाहर खड़ा रहा पर कार्यालय नहीं खुला, बाद में ख़ान गार्ड के फ़ोन से RWA में अपनी सेवाएँ देने वाले दादा मंडल से संपर्क किया कि आप आ जायें और चाबी दे जायें, श्री पहवा ने हमे बताया कि दादा मंडल ने कहा मेरी तबियत ठीक नहीं है में नहीं आ पाऊँगा, ये बात सबके सामने उन्होंने फ़ोन पर बताई (4) फिर अब कार्यालय कैसे खुलेगा और सील कौन खोलेगा ? जवाब आया सील लगाने वाला जाने मेरा इसमें कोई रोल नहीं है और ताले की चाबी मेरे पास नहीं है.
तत्पशात हमने RWA में अपनी सेवा दे रहे मण्डल जी को फ़ोन किया और पूछा कि कार्यालय कब खुलेगा ? उन्होंने कहा में एक डेढ़ घंटे RWA के सामने बैठ कर आया हूँ पर कोई नहीं मिला और ना ही ताला खोला गया, उनसे सवाल किया गया कि क्या कार्यालय की चाबी आपके पास है ? उन्हंने कहा नहीं मेरे पास नहीं है और मुझे नहीं पता चाबी किसके पास है, में तो बुजुर्ग होने के बाद भी RWA को सारे दस्तावेज और अकाउंट से रिलेटेड सभी काग़ज़ देना चाहता हूँ पर क्या करूँ बैठने तक की जगह मयस्सर नहीं है, मैंने तो सामने सुरेश जी से भी कहा कि मुझे एक कुर्सी और थोड़ी सी जगह दे दो ताकि में अपनी ज़िम्मेदारी वाला काम कर सकूँ , पर उनके पास भी जगह कम है। हमने पूछा तो अब इसका हल क्या है? ऑफिस की सील और ताला खोलने की ज़िम्मेदारी किसकी है ? और चाबी किसके पास है? उन्होंने कहा मुझे इन सब बातों से कोई मतलब नहीं है, जब भी मुझे ऑफिस खुला मिलेगा में सारे पेपर बना कर नई टीम को दे दूँगा।
हमने आपके सामने चुनाव कमिश्नर और दादा मण्डल दोनों की बातें रखीं हैं दोनों से ही हमारी बात फ़ोन पर हुई है, अब आप ख़ुद अंदाज़ा लगा सकते हैं कि क्या RWA में खेला होवि चल रहा है ?