भाजपा हमारे सारे मंत्रियों और विधायकों गिरफ्तार करा ले, प्रधानमंत्री अरविंद केजरीवाल ही बनेंगे-आप
देश के अंदर चुनी हुई सरकारों पर ईडी और सीबीआई छापा मार रही है। इसके पीछे कारण क्या है? लोगों को समझ में आ रहा है कि ये लोग अपनी मुट्ठी में देश की सारी सरकारों को लेना चाहते हैं। देश में अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, कर्नाटका, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पांडुचेरी, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सरकार भाजपा की है
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सदन को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि भाजपा भले ही हमारे सारे मंत्रियों और विधायकों गिरफ्तार करा ले। लेकिन मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि 2024 में प्रधानमंत्री अरविंद केजरीवाल ही बनेंगे। भाजपा अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी से जितना टकराएगी और जितना झूठ बोलेगी, उतनी ही उसकी कब्र खुदती जाएगी। हम विधायक या मंत्री रहे या न रहें। भले ही हमारी सरकार चली जाए, लेकिन हम अपने देश के लिए जिएंगे और मरेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के गर्भ से अन्ना आंदोलन पैदा हुआ और जब आंदोलन को कुचलने की कोशिश की गई तो आंदोलन के गर्भ से आम आदमी पार्टी पैदा हो गई। पहली बार हम 28 सीट जीते और हमें खरीदने की कोशिश की गई, तो हम 68 सीट जीते। वो जितना हमे परेशान करते गए, हम उतना ही ज्यादा काम करते गए। मुझे लगता है कि मोदी जी ने सर्वे जरूर कराया होगा कि यह जो 7 दिन से ये लोग झूठ बोल रहे हैं। इसका देश की जनता के ऊपर क्या असर हुआ? इन लोगों ने असली सर्वे तो गुजरात में कराया होगा कि वहां की जनता पर क्या असर हो रहा है?
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सदन को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पिछले 7 दिन से लगातार भाजपा के नेताओं के झूठ पर झूठ बोलने के सारे हथकंडे फेल हो गए। आज उनके सदन में बोलने के बाद सभी भाजपाई झूठे बोलने में असमर्थ हो गए, तो देश का केंद्रीय शिक्षा मंत्री आज सामने आने के लिए मजबूर हो गया। यह इस सदन की जीत है और दिल्ली सरकार के कामों की जीत है। आज देश का केंद्रीय शिक्षा मंत्री सामने आ बोल रहे हैं कि यह जो दिल्ली का सारा शिक्षा का काम है, वह ढकोसला और खोखला है। 7 दिन से झूठ बोलते बोलते बोलते मुझे लगता है कि मोदी जी ने सर्वे जरूर कराया होगा कि यह 7 दिन से जो वे जो झूठ बोल रहे हैं इसका जनता के ऊपर क्या असर हुआ। देश की जनता पर जो असर हो रहा वो तो हो रहा है। जो लोग दिन-रात पानी पीकर अरविंद केजरीवाल की सरकार और दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को गालियां दे रहे हैं, उन्होंने असली सर्वे तो गुजरात में किया होगा कि जनता पर क्या असर हो रहा है।
बीजेपी वालों को ऐसा लग रहा था कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को उठाकर ईडी जेल में बंद कर देगी, तो आम आदमी पार्टी के लोग डर जाएंगे और वह गुजरात जाना छोड़ देंगे। इनको लग रहा था कि शिक्षा मंत्री के उपर सीबीआई के छापे डालेंगे, तो आम आदमी पार्टी के लोग गिड़गिड़ाने लगेंगे। बीजेपी वाले यह नहीं जानते कि इन्होंने जब दिल्ली के शिक्षा मंत्री के ऊपर छापे डाले तो उसके अगले दिन वह गुजरात में सीना तान के खड़ा था। जिस दिन से मनीष सिसोदिया के ऊपर इन्होंने छापा डाला है, गुजरात के अंदर 25 साल से जिस तरह से डराकर और चुप कराकर रखा था, आज उस गुजरात ने चुप्पी तोड़ दी है। गुजरात का पुलिस का अधिकारी, पुलिस का कर्मचारी खुलेआम खड़ा होकर आज केजरीवाल केजरीवाल बोलने लगा है। आज उसी सर्वे का नतीजा है कि शराब नीति, भ्रष्टाचार और बेईमानी चली गई और आज देश का केंद्रीय वह शिक्षा मंत्री पहली बार देश के मीडिया के सामने आए, यह बताने के लिए आए कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था चौपट है। यह तो पूरी दुनिया को पता चल गया है कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था कैसी है।
उन्होंने कहा कि यह जो देश के अंदर चुनी हुई सरकारों पर ईडी और सीबीआई छापा मार रही है। इसके पीछे कारण क्या है? लोगों को समझ में आ रहा है कि ये लोग अपनी मुट्ठी में देश की सारी सरकारों को लेना चाहते हैं। देश में अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, कर्नाटका, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पांडुचेरी, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सरकार भाजपा की है। इतने राज्यों की सरकार से इनका पेट नहीं भर रहा है। गोपाल राय ने कहा कि पूरा देश आजादी का 75वां वर्षगांठ मना रहा है। देश के अंदर हिंदुस्तान की आजादी के लिए हंसते-हंसते लोगों ने फांसी के फंदे को चुना था। आजादी के 75 साल बाद आज देश की अर्थव्यवस्था सबसे कमजोर स्थिति में पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि बात केवल मनीष सिसोदिया जी के ऊपर छापे की नहीं है। इन्होंने सत्येंद्र जैन के ऊपर भी ईडी भेज कर जेल में बंद किया हुआ है। यह मामला घोटाले का नहीं है। एफआईआर करके मनीष सिसोदिया के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश जगजाहिर हो चुकी है।