एनटीपीसी ने फ्लाई ऐश के 100 फीसदी इस्तेमाल को दिया
बढ़ावा, रेल नेटवर्क के जरिये सीमेंट कंपनियों को सप्लाई शुरू
नई दिल्ली, विद्युत उत्पादन के दौरान उत्पादित होने वाले बाई-प्रोडक्ट का 100 फीसदी उपयोग करने की दिशा में अपनी कोशिशों के तहत देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने फ्लाई ऐश की सप्लाई के लिए देशभर के सीमेंट निर्माताओं के साथ साझेदारी शुरू कर दी है। किफायती और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से फ्लाई ऐश परिवहन के लिए एनटीपीसी भारतीय रेलवे के व्यापक नेटवर्क का लाभ उठा रहा है।
फ्लाई ऐश का 100 फीसदी उपयोग करने की अपनी कोशिशों में एनटीपीसी मौदा ने रेलवे रेक के माध्यम से सीमेंट निर्माताओं को बाई-प्रोडक्ट भेजकर फ्लाई ऐश के उपयोग की दिशा में अपने कदम बढ़ाए हैं। संयंत्र ने 51 बीसीसीडब्ल्यू वैगन में 3,186 मीट्रिक टन (एमटी) ड्राई फ्लाई ऐश को कर्नाटक राज्य के कलबुर्गी में राजश्री सीमेंट (अल्ट्राटेक सीमेंट की एक इकाई) तक पहुँचाया। इस मेगा पहल के साथ, एनटीपीसी मौदा, महाराष्ट्र राज्य में एनटीपीसी का पहला ऐसा बिजली संयंत्र बन गया है, जिसने रेल के माध्यम से बड़े पैमाने पर ड्राई फ्लाई ऐश की सप्लाई की है।
वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान, एनटीपीसी मौदा ने विभिन्न उत्पादक उद्देश्यों के लिए लगभग 23.57 लाख मीट्रिक टन फ्लाई ऐश का उपयोग किया था। बिजली संयंत्र सालाना लगभग 24-25 लाख मीट्रिक टन ऐश का उत्पादन करता है। वर्तमान में सीमेंट और फ्लाई ऐश ईंटों के उत्पादन, सड़क पुलों के निर्माण, निम्नस्थ भूमि के विकास और नाली निर्माण के लिए 100 फीसदी ऐश का उपयोग किया जा रहा है।
62.9 गीगावॉट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के 70 बिजली स्टेशन हैं, जिनमें 24 कोयला, 7 संयुक्त साइकल गैस/तरल ईंधन, 1 हाइड्रो, 13 नवीकरण और 25 सहायक और जेवी पावर स्टेशन शामिल हैं। समूह में 20 गीगावॉट से अधिक निर्माणाधीन क्षमता है, जिसमें से 5 गीगावाॅट नवीकरणीय ऊर्जा शामिल है।