दुनिया भर की सियासी जमातों से COVID ने कहा जहां चुनाव होगा वहाँ हम नहीं जाएँगे ?
दिल्ली सरकार का फ़रमान होली, शब-ए-बारात और नवरात्रि सार्वजनिक स्थान या धार्मिक स्थान पर लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी रहेगी
बर्बादे गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी है, हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजामे गुलिस्ताँ क्या होगा ?, हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया पिछले एक साल से covid-१९ की चपेट में है, बीमारी के बचाव के लिए भीड़ भाड़ ना करना और अपने आपको भीड़ वाली जगह ना ले जाना ही मात्र एक बचाव है, पर एक सवाल जो दुनिया के सभी आम इंसानो के ज़हन में घूम रहा है वो है ‘ क्या दुनिया भर की सियासी जमातों या हुकूमतों से कोरोना नामक बीमारी ने कोई डील की है? जिस डील में ये मसौदा तय हुआ है कि पूरी दुनिया में जहां कहीं भी सियासी जमातों या सरकारों के हितों की बात आएगी तो (कोविड) हम नहीं जाएँगे ? चाहें वो अमेरिका का चुनाव हो या फिर हिंदुस्तान के राज्यों में होने वाला चुनाव ? पर किसी भी चुनाव में कोई एक केस भी कोविड का रिपोर्ट नहीं हुआ है, वहीं दूसरी तरफ़ लम्बे समय से चल रहे किसान आंदोलन में भी अभी तक कोई case covid का रिपोर्ट नहीं हुआ है, इस बात से कोई इनकार नहीं है कि सरकार अवाम को हिफ़ाज़त से रखने के लिए भीड़ पर इकट्ठा होने के लिए पाबंदी का हुक्म जारी करती हैं पर अहम सवाल ये है कि सरकार का ये नज़र्या चुनाव में क्यूँ नहीं दिखता है।
ताज़ा मामला दिल्ली सरकार का है,जिस में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते दिल्ली सरकार ने राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर होली, शब-ए-बारात और नवरात्रि के मनाने पर रोक लगाने के औपचारिक आदेश जारी किए। त्योहारों के दौरान दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक स्थान या धार्मिक स्थान पर लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी रहेगी।