श्री सलमान खुर्शीद ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा :हमारा सौभाग्य है कि एक ऐतिहासिक मोड़ पर हमारा शिविर हो रहा है , पहली बार ऐसा हो रहा है कि चार मुख्य विभाग हमारे एआईसीसी के, उन चारों को सम्मिलित करके, आज सबके अध्यक्ष हमारे बीच में मौजूद हैं।
प्रयास हमारा ये रहा है कि जितने पूर्व आपने सुने, वो पूर्व समाप्त हो जाएं और आने वाले समय में ये शब्द पूर्व हम कम सुनें, ऐसा हमारा प्रयास है, लेकिन पार्टी की ओर से हमने क्या चाहा है कि अगर कहीं पर कोई प्रश्न बन गए हैं पिछले कुछ वर्षों में, क्योंकि बहुत तेजी से गतिविधियाँ इस देश में बढ़ रही थी और कहीं पर अगर कोई अनिश्चितता है, तो उसको हम दूर कर सकें और बहुत मजबूती के साथ धरातल पर बहुत मजबूती के साथ हम पार्टी को सशक्त रुप से उतारें, ताकि एक बार फिर हम घर-घर और मन-मन में जाकर बस सकें।
ये हमारा प्रयास जाहिर है कि 2024 एक लक्ष्य रहेगा, उससे पहले भी चुनाव हैं। लेकिन सिर्फ 2024 का लक्ष्य नहीं, मैं इतना कह दूं कि बहुत दिलचस्प बातें हुई हैं, बहुत दूरगामी बातें हुई हैं। बहुत गंभीरता से एनालिसिस हुआ है। हर विषय पर, हर पहलू पर सशक्तिकरण के जितने पहलू हो सकते हैं, जो रोजगार के संबंध में हैं, जो सम्मान और पहचान के संबंध में हैं, जो भागीदारी के संबंध में हैं, जो अपनी आवाज कहाँ-कहाँ से, किस-किस प्लेटफार्म से उठाई जा सके और वो आवाज प्रभावी रुप से पहुंचे और लोग ये विश्वास करें और उनको हम विश्वास दिला सकें कि हम जो कह रहे हैं और हम जो कर रहे हैं, उसको आप करीब से देखते जाइए। आपको करनी और कथनी में कहीं कोई अंतर नहीं मिलेगा।
एक बड़ी लड़ाई है, विचारधारा की एक बड़ी लड़ाई है आज हमारे देश में और उस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाना, उसको उस जगह तक पहुंचाना जहाँ पर हम ये कह सकेंगे कि अंतत: जीत हमारी होनी थी, हुई है। हम लोग कामयाब हो गए हैं। हम उसके लिए अपने आपको डेडिकेट कर रहे हैं ।