विपक्षी पार्टियों की स्थिति बहुत खराब है, हमें उनकी इस स्थिति से सीख लेनी है -प्रधानमंत्री
जो वर्षों तक देश की सत्ता पर काबिज रहे, वे देश हित की योजनाओं का भी अंधा विरोध करने पर उतारू हैं। जनता उन्हें न तो सुनती है, न स्वीकारती है, बस नकारती है। नकारात्मकता के बीच सकारात्मक बात को उठाना एक चुनौतीपूर्ण काम है। हमने गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, आदिवासी, युवा एवं महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जो काम किये, उन्हें जनता तक पहुंचाना जरूरी है। हमने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए जो प्रयास किये, उसे जनता तक पहुंचाना बहुत जरूरी है।
(Z A Ansari, Admin Editor) तेलंगाना में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के समापन सत्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा हैदराबाद सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को कड़ा संदेश देते हुए फ़रमाया विपक्षी पार्टियों की स्थिति बहुत खराब है। हमें उनकी इस स्थिति से सीख लेनी है हमे ये जानना होगा आख़िर वो कौन सी बुराई और कमियाँ हैं, जिनके कारण वो इतने नीचे आ गए हैं , जनता से दूर होते गए और लगातार दूर होते ही जा रहे हैं। हमें उन चीजों से अपने आप को बचाए रखना है क्योंकि हम अपने के लिए नहीं, बल्कि मातृभूमि के लिए कार्य कर रहे हैं।

ये बड़ी अजीब बात है कि सत्ता से बाहर होने पर कई पार्टियों के लिए अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाता है जबकि भाजपा जिन राज्यों में दशकों तक सत्ता में नहीं थी, वहां भी पार्टी का कैडर रहा, कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही। हमारे कार्यकर्ता न थके हैं, न झुके हैं और न रुके हैं। पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और केरल जैसे राज्यों में विपरीत परिस्थितियों में भी भाजपा के कार्यकर्ता देश के लिए अविचल रह कर काम कर रहे हैं। हमें अपने कार्यकर्ताओं पर गर्व है।
आठ साल पहले देश में निराशा, नकारात्मकता, भ्रष्टाचार और पॉलिसी पैरालिसिस का माहौल था लेकिन जब देश की जनता ने भाजपा में अपना विश्वास जताते हुए भाजपा की सरकार बनाई उसके बाद से देश में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। हमने जनता के भरोसे को टूटने नहीं दिया।आज देश अस्थिरता से स्थिरता और स्थिरता से निरंतरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत तुष्टिकरण के कालखंड से आगे बढ़ कर तृप्तिकरण के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। हम इस बात के लिए कटिबद्ध हैं कि पहले गरीबों को बुनियादी सुविधाओं और आगे बढ़ने के अवसरों के बिना जिस तरह की जिंदगी बितानी पड़ी, उनके बच्चों को उन हालातों से गुजरना नहीं पड़ेगा। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है- हमें आने वाली पीढ़ियों को आज से बेहतर भविष्य देना है, आज से बेहतर जीवन देना है।
दशकों तक सत्ता में रहने वाली पार्टी भी क्यों देश की प्रगति की कोई दिशा तय नहीं कर पाई ? आज देश की प्रगति की दिशा भी तय है, संकल्प, सपने भी साथ है। हमारी नीति और नीयत भी समान हैं। आज भारत का संकल्प आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल और गरीब कल्याण का है। आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास के नए आयाम गढ़ रहा है। आज का भारत बिना किसी भेदभाव के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के रास्ते पर चल रहा है। प्रगति की यही दिशा देश को विश्वगुरु के पद पर पुनः प्रतिष्ठित करेगी।
आजादी के बाद पहली बार आदिवासी समाज की महिला भारत के राष्ट्रपति के पद को सुशोभित करने वाली हैं। आजादी के इतने वर्षों के बाद पहली बार आदिवासी समाज को नई पहचान मिल रही है। पहली बार आदिवासी समाज से राष्ट्र के सर्वोच्च प्रदेश पर आसीन होने का सपना साकार हो रहा है।‘सबका प्रयास’ हमारी हर चीज में होना चाहिए। हमारी विचारधारा और कार्यक्रम एक ही है – नेशन फर्स्ट। हमें भूलना नहीं चाहिए कि जनता ने हमें स्वीकार किया है, आशीर्वाद दिया है लेकिन अभी भी कुछ टोलियाँ ऐसी बैठी हुई हैं जो सत्य को आगे पहुँचने में रुकावटें डालती हैं लेकिन हमें सर्वस्पर्शी एवं सर्व समावेशी विकास और गरीब कल्याण के काम पर ही आगे बढ़ना है।
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