भाजपा की एमसीडी ने किया 1400 करोड़ का प्रॉपर्टी टैक्स घोटाला – आतिशी

आप’ विधायक आतिशी ने कहा कि भाजपा की एमसीडी ने 1400 करोड़ का प्रॉपर्टी टैक्स घोटाला किया है। नॉर्थ एमसीडी की महापौर ने प्रेस वार्ता कर कहा कि हमने इस बार प्रॉपर्टी टैक्स को बढ़ाया है जबकि आंकड़े दिखाते हैं कि यह सरासर झूठ है और वास्तव में यह कलेक्शन पिछले कुछ सालों में घट गया है। जब भाजपा के पास 12 लाख संपत्तियां हैं जिनका उनके ही सर्वे द्वारा पहले ही मूल्यांकन किया जा चुका है तो उनसे प्रॉपर्टी टैक्स क्यों नहीं इकट्ठा हो रहा? आतिशी ने भाजपा पर प्रश्न उठाया कि मूल्यांकन के अनुसार ये 1400 करोड़ कहा गए? भाजपा के नेता सांठगांठ कर प्रॉपर्टी टैक्स का पैसा चुपचाप अपनी जेब में रख लेते हैं। नुकसान सरकारी खजाने का होता है। नुकसान डॉक्टरों, नर्सों, शिक्षकों और सफाई कर्मचारियों का होता, उन्हें तनख्वाह नहीं मिलती। वहीं नॉर्थ एमसीडी के आप नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा नॉर्थ एमसीडी ने हाउस टैक्स कलेक्शन पिछले वर्ष की तुलना में 100 करोड़ ज़्यादा इकट्ठा किया है। उन्होंने कोरोना काल में भी जनता के ऊपर बोझ डाला और टैक्स बढ़ाया जिसके कारण नॉर्थ एमसीडी को 100 करोड़ का फायदा हुआ। जो ईमानदार 4.15 लाख लोग टैक्स दे रहे हैं, आप उनपर टैक्स का बोझ बढ़ा रहे हैं और बाकियों से आप सांठगांठ करके छोड़ देते हैं। उन्होंने भाजपा से कहा कि सत्ता से बाहर जाते-जाते तो दिल्ली की जनता को बख्श दे। दिल्ली में जो हमारे नगर निगम हैं, उनका एक प्रमुख कार्य और उनके राजस्व का एक मुख्य स्त्रोत प्रॉपर्टी टैक्स होता है। एमसीडी की जिम्मेदारी होती है कि अलग अलग संपत्तियों से, चाहे वो रेजिडेंशियल हो और चाहे वो कमर्शियल हो, उनसे प्रॉपर्टी टैक्स इकट्ठा करे। कुछ ही दिन पहले नॉर्थ एमसीडी की महापौर ने प्रेस वार्ता कर कहा कि हमने इस बार प्रॉपर्टी टैक्स को बढ़ाया है और इस बार ज्यादा संपत्तियों से टैक्स इकट्ठा किया है। जबकि आंकड़े दिखाते हैं कि यह सरासर झूठ है और वास्तव में जिनसे प्रॉपर्टी टैक्स कलेक्शन हो रहा है वह पिछले कुछ सालों में घट गए हैं।

नॉर्थ एमसीडी के प्रॉपर्टी टैक्स के आंकड़े बताते हुए आतिशी ने कहा, अगर हम नॉर्थ एमसीडी में 2017 का प्रॉपर्टी टैक्स का मूल्यांकन देखें तो 2017 में तकरीबन 5.45 लाख संपत्तियों से कर इकट्ठा किया गया था। जबकि अगर हम 2020 का मूल्यांकन करें तो मात्र 4.15 लाख संपत्तियों से कर इकट्ठा किया गया है। ऐसे में हम यह जानना चाह रहे हैं कि जब 3 साल पहले 5.45 लाख संपत्तियों का आकलन किया गया था तो 3 साल के अंतराल में यह सारी संपत्तियां और उनका टैक्स कलेक्शन कहां गया?

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