नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सरकार के द्वारा जो 6 सबमरीन खरीदने का प्रोजेक्ट था, जिसे प्रोजेक्ट 75 आय कहा गया था, जो 45,00 करोड़ की 6 सबमरीन खरीदनी थी या खरीदी गई हैं, उस पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी कि किस प्रकार इंडियन नेवी के निर्णय को दरकिनार करते हुए, इंडियन नेवी के निर्णय पर बुल्डोजर चलाते हुए पीएमओ, अडाणी डिफेंस जॉइंट वेंचर को उन 6 सबमरीन बनाने का ठेका दिलवाना चाहती है। कई मीडिया के साथियों ने प्रश्न उठाया कि जब अभी तक फैसला नहीं लिया गया, तो जब निर्णय ही नहीं हुआ, तो कांग्रेस पार्टी आवाज या प्रश्न क्यों उठा रही है? कहा जाता है कि चोर दिख जाए या चोरी होती दिख जाए और अगर आप वक्त पर शोर मचा दो और बत्ती ओन कर दो तो कई बार चोरी पकड़ी जाती है या चोर भाग जाता है। ये उदाहरण है, मैं किसी पर लागू नहीं कर रहा। ऐसे ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रेस वार्ता के बाद जहाँ स्पष्ट प्रश्न उठाए गए। आज हम देश के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को बधाई देते हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री के दबाव में ना आकर, राजनैतिक दबाव में ना आकर अडाणी डिफेंस जॉइंट वेंचर की जो रिक्वेस्ट थी, उसको नहीं कबूला। हम श्री राजनाथ सिंह को बधाई देते हैं कि उन पर पीएमओ का दवाब जरुर होगा कि इंडियन नेवी का फैसला कि अडाणी डिफेंस जॉइंट वेंचर को नहीं कंसिडर किया जाना चाहिए, वो ठीक है, उस पर अडाणी डिफेंस को नहीं थोपा जाना चाहिए, उस फैसले को उन्होंने माना।तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राजनाथ सिंह जी को मुबारकबाद देती है कि उन्होंने देशहित को दोस्त हित के ऊपर रखा, राष्ट्रवाद को पूंजीवाद के ऊपर रखा। अडाणी डिफेंस को सबमरीन का 45,00 करोड़ रुपए का ठेका ना मिलने का श्रेय, क्रेडिट श्री राजनाथ सिंह जी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को जाता है, जिन्होंने इस देशहित में एक सच्चे पहरेदार की तरह एन मौके पर प्रश्न उठाए और आवाज उठाई।