नई दिल्ली : पिछले लगभग दो साल से लंबित पड़े THDC के निदेशक कार्मिक के पद को भरने के लिए अचानक शासन और प्रशासन की नींद खुल गई PESB बोर्ड ने फ़रमान जारी करते हुए ग्यारा उम्मीदवारों को इस माह की दस तारीख़ के लिए हाज़िर होने का हुक्म जारी कर दिया। एक बदकिस्मत उम्मीदवार जो ये क्लेम कर रहा है कि उसके साथ अन्याय हो रहा है उसको बोर्ड द्वारा निमंत्रण नहीं भेजा गया जबकि उस से जूनियर को बोर्ड द्वारा आमंत्रित किया गया है, इस अभागे उम्मीदवार ने अपनी लिखित शिकायत बोर्ड के सभी सदस्यों एवम बोर्ड की चेयरमैन को भी भेजी है।
सूत्र यहाँ तक बता रहे हैं कि मामला गंभीर है कोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटाया जा सकता है, क्योंकि बिलकुल इसी तरह का एक मामला पहले भी बोर्ड के सामने आ चुका है जिस में एक उम्मीदवार को क़ाबलियत रखने के वाबज़ूद भी शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया था उस उम्मीदवार ने तत्काल इंटरव्यू वाले दिन सुबह हाई कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया और रिजल्ट आने से पहले उसे उस पोस्ट का रिजल्ट बोर्ड को रोकना पड़ा।
जिन ग्यारा ख़ुशक़िस्मतों को ये मौक़ा मिला है उनके नाम कुछ इस प्रकार हैं ।
1- Mr. Rajneesh Rastogi,GM NTPC
2- Mr. John Methews, GM NTPC
3 -Mr. Alok Tripathi, GM NTPC
4- Mrs. Vandana Chaturvedi, GM NTPC
5- Dr Girish Chandra Tripathi, GM NTPC
6- Mr. Veer Singh, AGM THDC
7- Mr. Shailendra Kumar, GM SJVNL
8- Mr. Madan Kumar, GM NHPC
9-Mr. M Kumar, GM NHDC
10- Mr. Kapil Kumar, GM REC
11- Mr M Tripathi GM KRCL
उपरोक्त विषय में PESB में निदेशक रहे एक एक्सपर्ट से हमने ये दरखास्त पेश की और उनसे इस मामले में अपनी राय देने के लिए कहा हमारे एक्सपर्ट की ऐसी राय है “वेकन्सी का रिपब्लिकेशन तब कराया जाता है जब वेकन्सी के माप दंडों में कुछ परिवर्तन हुआ हो” क्योंकि किसी भी वेकन्सी की तिथि से बहुत सारी चीजें जुड़ी होती हैं और अगर उस को दोबारा रिपब्लिश कराया जाये तो पूरा सिस्टम प्रभावित होता है जिस में उम्मीवर की आयु से ले कर उसका पद व अन्य कई महत्वपूर्ण चीजें शामिल हैं इसलिए इस मामले में ये कहना ग़लत होगा कि वेकन्सी को रिपब्लिश की आवश्यकता थी।
जहां तक किसी भी प्रार्थी के शॉर्टलिस्ट ना होने या उसके साथ भेदवाव होने का सवाल है तो यदि कोई भी प्रार्थी इस तरह का कोई भी कम्यूनिकेशन बोर्ड को करता है कि उसके साथ भेदवाव हो रहा है तो ये कम्युनिकेशन सिलेक्शन करने वाले बोर्ड के सभी मेंबर्स को ऑनरिकॉर्ड फाइल पर लाया जाता है जिस में बोर्ड के चेयरमैन और बोर्ड में शामिल होने वाले मंत्रालय के अफ़सर भी शामिल होते हैं। तो अगर इस मामले में किसी भी प्रार्थी की कोई शिकायत बोर्ड को प्राप्त हुई है जैसा कि कहा जा रहा है तो ये शिकायत बोर्ड के सम्मुख ऑन रिकॉर्ड रखी जाएगी फिर ये सिलेक्शन बोर्ड पर निर्धारित करेगा कि वो उपरोक्त शिकायत पर क्या निर्णय लेती है।
अपने पाठकों को बता दें कि अच्छे बुरे लोग हर जगह होते हैं फिर चाहें PESB ही क्यों ना हो, वैसे उड़ते उड़ते ऐसा पता चला है कि बोर्ड के एक अधिकारी का ट्रांसफ़र ड्यू है जो पिछले कई वर्षों से यहाँ अपने कूले जमाये हुए है, वो अधिकारी अपने आकाओं से फ़र्याद कर रहा है कि सर कम से कम इतना टाइम और रोक दो कि कम से कम जो काम हाथ में लिए हुए हैं उनका निपटारा तो कर दूँ ।