ये मुल्क जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का-भाजपा
शहीन बाग़ के लोगों को भी अपनी बात कहने का अधिकार है और सरकार बात करने को तैयार हैं-केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों को भी चुनावों का मुद्दा बनाया जा रहा है. बीजेपी जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी और शाहीन बाग में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को लेकर कांग्रेस पर लगातार आरोप लगा रही है. केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शाहीन बाग और जामिया में आजादी के नारे लगाने वाले लोगों पर कड़ा जवाब दिया.हालाँकि उन्होने ये भी कहा कि शहीन बाग़ के लोगों को भी अपनी बात कहने का अधिकार है और सरकार बात करने को तैयार हैं. उन्होने कहा, “शाहीन बाग में बातचीत नहीं होगी, वो जगह बातचीत करने की नहीं है. स्ट्रक्चर्ड तरीके से आइए और बात कीजिए. 60 घंटे पहले मैने बातचीत का प्रस्ताव दिया था लेकिन अभी तक उधर से कोई संदेश नहीं आया है. रविशंकर प्रसाद के अनुसार शाहीन बाग एक भौगोलिक क्षेत्र नहीं बल्कि एक विचार बन गया है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘जामिया और शाहीन बाग में नागरिकता कानून को लेकर प्रदर्शन करने वाले लोग आज़ादी का नारा लगा रहे हैं. ये लोग किससे आजादी चाहते हैं? आज़ादी के नारे लगाने वाले ये लोग अच्छी तरह समझ लें कि इस मुल्क की सरहद को कोई तोड़ नहीं सकता. ये मुल्क जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का.’नागरिकता कानून का विरोध करने वालों को लेकर बीजेपी नेताओं के आपत्तिनजक बयानों पर भी रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी इस तरह के बयानों का समर्थन नहीं करती. जिन्होंने ऐसे बयान दिए हैं, उनके खिलाफ चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है.’
कई नेताओं ने ये भी कहा है की शाहीन बाग़ में महिलायें 500 रुपये ले कर बैठी हैं. इस पर क़ानून मंत्री ने कहा कि देश की माताओं, बहेंनों और बेटियों के खिलाफ किसी को अपशब्द नही बोलने चाहिए. लेकिन उन महिलाओं को ये भी समझना चाहिए कि उनके पीछे से कोई राजनीतिक साज़िश तो नही कर रहा हैवहीं, जामिया और शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान गोली चलने वाली घटनाओं पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘शाहीन बाग में गोली चलाने वालों को मैं सही नहीं मानता, मैं उनके साथ नहीं हूं. गोली चलाने वालों पर एक्शन लिया जाना चाहिए.’उन्होने ये भी पूछा कि केजरीवाल शाहीन बाग पर क्यों शांत हैं और अपना स्पष्ट मत क्यों नहीं देते. आगे हमला बोलते हुए कहा कि केजरीवाल ने आयुष्मान भारत और आवास योजना लागू नहीं होने दी. क्या दिल्ली में गरीब नहीं रहते?