दिल्ली बैठ कर कौन कर रहा है राजस्थान के विधायकों की खरीद फ़रोख़्त ? कांग्रेस
चीन ने भारत की सीमा पर जबरन कब्जा कर रखा है। पर देश सेवा की बजाय मोदी सरकार सत्ता की हवस मिटा रही है।
राजस्थान : कोरोना महामारी के बीचों बीच मध्य प्रदेश में भाजपा ने सरेआम प्रजातंत्र का चीरहरण कर डाला। पूरा देश कोरोना से जूझ रहा था, पर मोदी सरकार व भाजपा आईटीसी मानेसर (गुड़गांवां) से कर्नाटक तक कांग्रेस विधायकों को उठाकर सरकार गिराने की साजिश कर रही थी। देश कोरोना से ग्रस्त होता रहा और प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने तब तक कुछ नहीं किया, जब तक 24 मार्च, 2020 को मध्य प्रदेश कांग्रेस सरकार को नहीं गिरा दिया गया। इसके बाद 24 मार्च, 2020 की रात को लॉकडाऊन किया गया।
मणिपुर, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के बाद सत्ता लूटने का खुला खेल अब राजस्थान में खेला जा रहा है। कोरोना केस दस लाख पार कर चुके हैं। चीन ने भारत की सीमा पर जबरन कब्जा कर रखा है। पर देश सेवा की बजाय मोदी सरकार सत्ता की हवस मिटा रही है।
राजस्थान की 8 करोड़ जनता के ‘जनमत के चीरहरण’ व ‘प्रजातंत्र के अपहरण’ की घिनौनी साजिश एक बार फिर कोरोना महामारी के बीचों बीच भाजपा व मोदी सरकार द्वारा की जा रही है। आए दिन षडयंत्र के सबूत सामने आ रहे हैं। विधायकों की खरीद फरोख्त की मंडी लगा राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश का भंडाफोड़ हो गया है। अब जाँच हो, दोषियों को सजा मिले और दूध का दूध, पानी का पानी सामने आए। दो सनसनीखेज व चौंकानेवाले ऑडियो टेप मीडिया के माध्यम से सामने आए। इन ऑडियो टेप से तथाकथित तौर से केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस विधायक, श्री भंवर लाल शर्मा व भाजपा नेता श्री संजय जैन की बातचीत सामने आई है। इस तथाकथित बातचीत से पैसों की सौदेबाजी व विधायकों की निष्ठा बदलवाकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की मंशा व साजिश साफ है। यह लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है।
इसलिए हमारी मांग है किः-
प्रथम दृष्टि से राजस्थान कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश में शामिल केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, श्री गजेंद्र शेखावत के खिलाफ एसओजी (Special Operations Group) द्वारा एफआईआर दर्ज की जाए, पूरी जाँच हो और अगर पद का दुरुपयोग कर जाँच प्रभावित करने का अंदेशा हो (जैसा प्रथम दृष्टि से प्रतीत होता है), तो वॉरंट लेकर श्री गजेंद्र शेखावत की फौरन गिरफ्तारी की जाए।
श्री भंवर लाल शर्मा, विधायक व श्री संजय जैन, भाजपा नेता के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर बिंदु 1 की तर्ज पर कार्यवाही हो।
पैसे का आदान-प्रदान किस प्रकार से हो रहा है व यह सारा काला धन किसने मुहैया करवाया, कहां से आया, हवाला से ट्रांसफर कैसे हुआ और किस-किस को दिया गया, इसकी संपूर्ण जाँच हो।
जाँच में यह भी खुलासा हो कि केंद्र सरकार के कौन से प्रभावशाली पदों पर बैठे व्यक्ति, अधिकारी व एजेंसियां सरकार गिराने की इस साजिश में शामिल हैं।
यह भी जाँच हो कि ऑडियो में नामित व्यक्तियों के अलावा क्या किसी और व्यक्ति या विधायक द्वारा सरकार गिराने या निष्ठा बदलने के लिए पैसों का लेन देन हुआ है। श्री सचिन पायलट भी आगे आ ‘विधायकों की सूची’ भाजपा को देने बारे अपनी स्थिति स्पष्ट करें।