आखिर जनपद गाजियाबाद की भाजपा में ये कैसी महाभारत ?
दो बड़े सवाल है अगर सरकार और सरकारी अधिकारी अपनी पार्टी के विधायकों सांसदों चैयरमैन और सभासदों पार्षदो की ही नही सुनेंगे तो फिर किसकी सुनेंगे आम जनमानस और विपक्ष की कौन सुनेगा, दूसरा ये नेता आखिर सरकार और सरकारी अधिकारियों को सुनाना क्या चाहते है जो सरकार और सरकारी अधिकारी सुनने को तैयार ही नही है।

